इसके साथ ही यूकाडा अब नागर विमानन महानिदेशालय के निर्देशों के क्रम में केदारनाथ के वीवीआइपी हेलीपैड और सामान्य हेलीपैड में उतरने वाले हेलीकाप्टर का आंकड़ा भी तैयार कर रहा है। मकसद हेली सेवाओं को व्यवस्थित करना है।
सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर ने कहा कि उड़ानों की संख्या सुनिश्चित करने के लिए साफ्टवेयर बनाने का कार्य चल रहा है। जल्द यह कार्य पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सामान्य व वीवीआइपी हेलीपैड पर उतरने वाली उड़ानों के संबंध में डीजीसीए को लगातार सूचना दी जा रही है।
केदारनाथ हेलीपैड पर बीती 31 मई को एक निजी कंपनी के हेलीकाप्टर के अनियंत्रित होने की घटना को गंभीरता से लेते हुए नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) की टीम जांच के लिए केदारनाथ पहुंची।बीती 31 मई को थंपी हेली एविएशन कंपनी का एक हेलीकाप्टर केदारनाथ में खराब मौसम में लैंडिंग के दौरान अनियंत्रित हो गया था, लेकिन पायलट की सूझबूझ से बड़ी घटना होने से टल गई। घटना का वीडियो वायरल होने पर डीजीसीए ने संज्ञान लेते हुए केदारघाटी में संचालित हेली कंपनियों की जांच के चार सदस्यीय टीम रुद्रप्रयाग पहुंच गई है।