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गर्मियां के सीजन में भिलंगना ब्लॉक की केमर घाटी के गांवों में पेयजल संकट मंडरा रहा है। क्षेत्र के सेंदूल, केमरा महाविद्यालय, सिल्यारा और चमियाला बाजार के लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। पेयजलापूर्ति न होने के चलते ग्रामीण प्राकृतिक स्रोतों से पानी ढ़ोने को मजबूर हैं। पेयजल संकट को देखते हुए केमरा, सेंदूल सहित डिग्री कॉलेज में टैंकर से पानी की आपूर्ति की जा रही है।ग्रामीण लोग पानी की समस्या से परेषान हो रहे है गांवो के लोग दूर-दूर तक पानी लेने जा रहे है पानी की समस्या इतनी बढ़ गई, केमर घाटी के गावं मे पानी की पूर्ति नही हो रही है भिलंगना ब्लॉक के केमर घाटी में इन दिनों पेयजल संकट गहराने लगा है। क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि बालगंगा नदी पर बनी छतियारा-सेंदूल ग्राम समूह पेयजल योजना मानकों के अनुरुप न बनाने जाने के कारण क्षेत्र में पेयजल संकट बना हुआ है। केमरा-सेंदूल गांव के ग्रामीण प्रेम सिंह चौहान, चंद्र किशोर मैठाणी, मोर सिंह, दिनेश प्रसाद, जोगेश्वर प्रसाद, रमेश प्रसाद आदि का कहना कि केमर घाटी के गांवों व चमियाला बाजार की पेयजल संकट को दूर करने के लिए वर्ष 2006 में उक्त पेयजल योजना का निर्माण किया गया। लेकिन पेयजल निगम की ओर से बनाई गई यह योजना मानकों के अनुरुप न बनाए जाने से क्षेत्र ग्रामीणों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि योजना पर फिल्टरेशन तथा एलाइमेंट ठीक प्रकार से न होने के कारण लोगों को स्वच्छ व पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। वर्ष 2017 में निर्माणदायी संस्था जल निगम से आधी-अधूरी योजना जल संस्थान को हस्तांतरित कर दी गई। लेकिन दो वर्ष बीत जाने के बाद भी जल संस्थान योजना की खामियों को दूर नहीं कर पाया है। उधर जल संस्थान घनसाली के ईई अभिषेक वर्मा का कहना कि पेयजल योजना के फिल्टर टैंक के सुधार और मरम्मत के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। बजट उपलब्ध होने के बाद मरम्मत का कार्य किया जाएगा