देश में एक ऐसी यूनिवर्सिटी जो यहां पढ़ने वाले छात्रों को नौकरी की गारंटी देगी। यह जॉब ओरिएंटेड यूनिवर्सिटी होगी। यह बात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कही है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में कौशिल और उद्यमिता विश्वविद्यालय (Skill and Entrepreneurship University) खोलने की तैयारी है। दरअसल दिल्ली सी ऍम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि फिनलैंड और ब्राजील जैसे कई देशों के कौशल केंद्रों के सर्वेक्षण के बाद इस विश्वविद्यालय की रूपरेखा तैयार की गई है। यह मुख्यधारा और व्यावसायिक शिक्षा के बीच की खाली जगह को भरने का काम करेगी।
इस विश्वविद्यालय में कई अलग-अलग कोर्सेज अलग-अलग अवधि के लिए संचालित किए जाएंगे।
यहां पढ़ने वाले छात्रों को नौकरी की गारंटी रहेगी।
विश्वविद्यालय में करीब 50 हजार छात्रों के पढ़ने की क्षमता होगी। साथ ही अन्य देशों, उद्योगों, कंपनियों के साथ मिलकर आपसी सहयोग का आदान-प्रदान किया जाएगा।
सबसे खास बात इसकी फ्लेक्सिबिलिटी होगी। समय के साथ बाजार की बदलती जरूरतों के अनुसार यहां के पठ्यक्रम भी अपडेट होते रहेंगे।
अगर कोई कंपनी किसी छात्र को नौकरी के लिए चुनती है, तो उस छात्र को कंपनी की जरूरत के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस नए विश्वविद्यालय का कैंपस दिल्ली में ही होगा। इसका मुख्यालय दिल्ली के ओखला में बनाया जाएगा, जहां अभी दिल्ली स्कूल ऑफ टूल इंजीनियरिंग है।
छात्र यहां 10वीं, 12वीं या स्नातक के बाद भी दाखिला ले सकेंगे।
यहां एमफिल व पीएचडी तक के कोर्सेज संचालित किए जाएंगे।
इस विश्वविद्यालय के लिए बनाई गई योजना को कैबिनेट से मंजूरी मिल चुकी है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया कि ‘सरकार उप राज्यपाल की अनुमति लेकर विधानसभा में इसके लिए विधेयक लाएगी। मुझे उम्मीद है कि उप राज्यपाल की अनुमति और विधेयक को विधानसभा में मंजूरी मिलने के एक साल के अंदर ही यह विश्वविद्यालय शुरू हो जाएगा।’आईटीआई, पॉलीटेक्निक और वैश्विक कौशल संस्थानों को इस विश्वविद्यालय के साथ जोड़ा जाएगा। दिल्ली में अभी 12 सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त तकनीकी संस्थान और 8 निजी पॉलीटेक्निक संस्थान चल रहे हैं। इनमें करीब 16,500 छात्र पढ़ रहे हैं।
इसी तरह 18 सरकारी और 44 निजी आईटीआई हर सत्र में करीब 15,000 छात्रों को सर्टिफिकेट लेवल ट्रेनिंग देते हैं।