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इंजीनियरिंग के केंद्रीय संस्थानों में होने वाले दाखिलों में इस साल आर्थिक रूप से पिछड़े (ईडब्ल्यूएस) छात्रों को दस प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इसके लिए सूचना जारी की है। इस आरक्षण का लाभ लेने के लिए जेईई मेन के आवेदन के साथ ही एंट्री करनी होगी।
देशभर के केंद्रीय संस्थानों में नए सत्र से दाखिलों में आर्थिक पिछड़े छात्रों को दस प्रतिशत आरक्षण का नियम लागू हुआ है। जेईई मेन की आवेदन प्रक्रिया वैसे तो पूरी हो चुकी है लेकिन, इस परीक्षा से ही यह आरक्षण लागू माना जाएगा।
लिहाजा, परीक्षा का आयोजन करा रहे एनटीए ने ऐसे युवाओं को अलग से आवेदन का मौका दिया है। उन्हें वेबसाइट पर अपनी पंजीकरण संख्या और पासवर्ड से लॉगिन करने के बाद ईडब्ल्यूएस के लिए आवेदन करना होगा।
फिलहाल केवल आवेदन करना होगा। लेकिन, जेईई मेन परीक्षा क्वालिफाई करने के बाद जेईई एडवांस परीक्षा के आवेदन के दौरान छात्र को आय प्रमाणपत्र की फोटो भी अपलोड करनी होगी।
ऐसे करें आवेदन
उसके बाद दाखिले के समय यह प्रमाणपत्र काउंसिलिंग बोर्ड के सामने दिखाना होगा। इस आधार पर आईआईटी, एनआईटी, जीएफआईटी, सीएफआईटी सहित कई केंद्रीय संस्थानों में आरक्षण का लाभ मिलेगा।
ऐसे अभ्यर्थी, जिन्होंने जेईई मेन-2 परीक्षा के लिए आवेदन किया है। वह 11 मार्च से 15 मार्च के बीच ईडब्ल्यूएस आरक्षण के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद मौका नहीं दिया जाएगा।
सबसे पहले जेईई मेन की वेबसाइट www.jeemain.nic.in पर जाएं। यहां होम पेज पर नीचे की ओर ‘करेक्शन इन एप्लीकेशन फॉर्म ऑफ जेईई मेन जनवरी एंड अप्रैल 2019 एग्जामिनेशन इन्क्लूडिंग ईडब्ल्यूएस कैटेगरी’ के लिंक पर क्लिक करें। एक नया पेज खुलेगा। इसमें अपना एप्लीकेशन नंबर, पासवर्ड और सिक्योरिटी पिन फीड करने के बाद लॉगिन कर सकते हैं। इसके बाद आप अपने आवेदन में करेक्शन कर लें।
जनवरी में परीक्षा देने वाले भी करें अपडेट
जिन अभ्यर्थियों ने केवल जनवरी में हुई जेईई मेन-1 परीक्षा दी हो और इस बार जेईई मेन-2 में शामिल नहीं हो रहे हैं, वह भी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। जनवरी और अप्रैल दोनों परीक्षाओं में बैठने वाले अभ्यर्थियों को यह सुविधा दी गई है।