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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ;एम्स ऋषिकेश में एक ब्लड कैंसर पीड़ित महिला में बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशनकरने में चिकित्सकों की टीम सफल रही है। महिला पूरी तरह से स्वस्थ है। उन्हें शीघ्र छुट्टी दे दी जाएगी।
एम्स ऋषिकेश में मेडिकल ऑकोलॉजी और हेमेटोलॉजी विभाग के चिकित्सकों ने पहली बार किसी कैंसर पीडि़त महिला को प्लाज्मा सेल ल्यूकेमिया के साथ बोन मैरो ट्रांसप्लांट यानी हेमेटोपोटिक स्टेम सेल ट्रांसपलाट करने में बड़ी सफलता प्राप्त की है। एम्स के निदेशक पदमश्री प्रो रविकांत ने बताया कि एक 42 वर्षीय महिला पिछले नौ महीने से ब्लड कैंसर कि सिकायत थी। सभी तरह के परीक्षण करने के बाद 17 नवंबर को एम्स में भर्ती कराया गया था।
22 नवंबर को इनके इलाज के लिए उच्च खुराक वाले कीमो प्राप्त हुए थे। 23 नवंबर को इनमें स्टेम सेल का इस्तेमाल किया गया। एम्स निदेशक ने बताया कि बुधवार को जांच के बाद चला कि बीमार महिला के शरीर में न्यूट्रोफिल और प्लेटलेट की बेहतर वृद्धि हुई है। अब वह बिल्कुल स्वस्थ है।