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प्रदेश में प्याज की बढ़ती कीमतें रोकने के लिए जल्द कदम उठाए जा सकते हैं। मंडियों में प्याज के सस्ते काउंटर जल्द नजर आ सकते हैं। सरकार ने 23 मंडियों में प्याज के स्टॉक की मौजूदा स्थिति की जानकारी तलब की है। नेशनल एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (नेफेड) ने भी सस्ते प्याज की बिक्री के लिए काउंटर खोलने का ऑफर दिया है।
प्रदेश में पंचायत चुनाव चल रहे हैं। ऐसे में प्याज के दाम बड़ा चुनावी मुद्दा न बने, इसे देखते हुए सतर्कता से कदम बढ़ाए जा रहे हैं। देश और प्रदेश में प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार भी अलर्ट है। वहीं प्रदेश सरकार भी इस कोशिश में है कि प्याज की कीमतें लंबे समय तक बढऩे न पाएं। सूत्रों के मुताबिक सरकार प्याज की कीमत नियंत्रित रखने के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही है। कृषि महकमे के माध्यम से राज्य की मंडियों में प्याज के स्टॉक की जानकारी तलब की गई है। प्रदेश में 23 मंडियां हैं। इनमें प्याज की सस्ते दामों पर बिक्री के लिए स्टाल लगाने के विकल्प को आजमाया जा सकता है।
राज्य सरकार के लिए राहत की बात ये है कि नेफेड ने भी बाजार में प्याज की मौजूदा कीमत से सस्ता प्याज मुहैया कराने का ऑफर राज्य सरकार को दिया है। गुरुवार को नेफेड के अधिकारियों की खाद्य महकमे के आला अधिकारियों के साथ वार्ता भी हुई। वार्ता में नेफेड को स्टाल के लिए स्थान सरकार की ओर से मुहैया कराने पर विचार हुआ। सूत्रों के मुताबिक फिलहाल पितृ पक्ष और फिर नवरात्र में प्याज की अपेक्षाकृत कम खपत देखते हुए मंडियों को स्टाल लगाने को कहा जा सकता है।