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केंद्रिय विद्यालय के शिक्षकों ने काली पट्टी बांध के जताया आक्रोश

केंद्रिय विद्यालय के शिक्षकों ने काली पट्टी बांध के जताया आक्रोश

देहरादून स्थित ग्यारह केंद्रीय विद्यालयों समेत पूरे प्रदेश के 45 स्कूलों में सेवाएं दे रहे करीब एक हजार शिक्षकों ने गुरुवार को लंबित मांगों पर सुनवाई नहीं होने पर काली पट्टी बांधकर कार्य किया। शिक्षकों ने दो टूक हा है कि यदि सरकार उनकी मांगें पूरी करने के लिए जल्द ठोस कदम नहीं उठाती है तो वह हड़ताल करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। प्रदेश के हर स्कूल में पर्दशन हुआ। जो शिक्षक विंटर वेकेशन के चलते अवकाश पर थे,उन्होंने घर से ही ब्लैक बैज लगाकर समर्थन किया।
इसी सिलसिले में केंद्रीय विद्यालय संगठन देहरादून संभाग का एक प्रतिनिधिमंडल क्षेत्रीय कार्यालय में सहायक आयुक्त सुकृति रेवानी से मिला और उन्हें अपनी मांगों से अवगत करवाया। उनके माध्यम से मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को मांग पत्र भेजा गया। इस दौरान राजेश कुकरेती,सीपी थपलियाल,आशीष जोशी,संदीप कुमार,आरएस पांडे,एबी मदान,तारा जोशी,रवि जोशी,अनूप चौधरी,पारितोष वैद,डीपी थपलियाल,डॉ.बीएस भंडारी,एपी सिंह,आरसी गोयल आदि मौजूद थे।

अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय शिक्षक संघ के बेनर तले गुरुवार को केंद्रीय विद्यालय के शिक्षकों ने लंबित मांगें पूरी नहीं होने पर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया। प्रदेश के सभी स्कूलों में मांगों को लेकर प्रदर्शन भी किया गया। वहीं देहरादून में शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने क्षेत्रीय कार्यालय में सहायक आयुक्त सुकृति रेवानी से मुलाकात की और को ज्ञापन सौंपकर मांगें पूरी करने को ठोस कदम उठाने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।

शिक्षकों कि मांगे

  • सातवें वेतनमान का शिक्षकों को पूरा लाभ देते हुए तीन प्रमोशन अनिवार्य रूप से मिलें।
  • केंद्रीय विद्यालय संगठन के समस्त कर्मचारियों को मृत्यु और सेवानिवृति ग्रेच्युटी और अंतिम पारीवारिक पेंशन सीसीएस का लाभ मिले।
  • एनपीएस धारकों को राष्ट्रीय हिस्से का 10 से 14 प्रतिशत हिस्सा मिले।
  • कर्मचारियों को तदर्थ बोनस का लाभ मिले।
  • शिक्षकों को चयनित वेतनमान का लाभ समय पर प्रदान किया जाए।
  • प्राथमिक शिक्षकों एवं अन्य शिक्षकों को उच्चतर वेतनमान का लाभ मिले।
  • शिक्षक छात्र अनुपात का निर्धारण आरटीई एक्ट के आधार पर सुनिश्चित हो।
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