बिरयानी सेंटर में हुए बवाल को लेकर भाजपा पार्षद को हिरासत पर लेने में सोमवार को हल्द्वानी कोतवाली में हाइवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। मेयर, तीन दर्जा राज्यमंत्री के अलावा बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता कोतवाली में धरने पर बैठ गए। जिसके बाद कोतवाल को हटाने की मांग को लेकर देर रात तक धरना चलता रहा। लेकिन भाजपा के बड़े नेताओं के जुटने के बावजूद कोतवाल का ट्रांसफर नहीं हो सका। समझाने पहुंची एसएसपी ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया था।बाजार क्षेत्र के भाजपा पार्षद तन्मय रावत पर केमू रोड स्थित दिल्ली बिरयानी सेंटर के मालिक साकिब ने मुकदमा दर्ज कराते हुए कहा था कि गुरुवार रात पार्षद ने दुकान में पहुंच गाली-गलौज, मारपीट, धमकी देने के साथ धार्मिक टिप्पणी भी थी। जिसके बाद पुलिस ने पार्षद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इधर, पार्षद तन्मय रावत ने बताया कि जमानती धाराएं होने के कारण वह सोमवार दोपहर जजी कोर्ट जा रहा था। इस दौरान पुलिस उसे पकड़ कोतवाली ले आई। सूचना मिलने पर मेयर डा. जोगेंद्र सिंह रौतेला, दर्जा राज्यमंत्री तरुण बंसल, भाजपा नेता सचिन साह समेत अन्य पदाधिकारी भी कोतवाली पहुंच गए।
जिसके बाद उन्होंने कोतवाल संजय कुमार से मुलाकात कर कहा कि एक जनप्रतिनिधि के साथ पुलिस का इस तरह का बर्ताव गलत है। इस बीच कोतवाल व भाजपाइयों में बहस होने पर सभी बाहर आकर नारेबाजी करने लगे। इधर, सूचना पर अन्य समर्थक भी कोतवाली में जुट गए। जिसके बाद लोगों ने पुलिस व कोतवाल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। मेयर रौतेला खुद लोगों संग कोतवाली परिसर में धरने पर जुट गए। और कोतवाल को हटाने की मांग को लेकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। कहा कि कोतवाल के कहने पर एकपक्षीय कार्रवाई करने के साथ पार्षद को अपराधी की तहर पुलिस सड़क से पकड़कर ले आई। वह जांच में पुलिस को पूरा सहयोग कर रहे थे। मामला बिगड़ता देख पहले सीओ भूपेंद्र सिंह धौनी, फिर एसपी सिटी डा. जगदीश चंद्र व एसपी क्राइम देवेंद्र पिंचा भी लोगों को समझाने पहुंचे। रात में एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी भी मेयर व धरने पर बैठे अन्य लोगों से वार्ता करने को पहुंची। लेकिन भाजपाई कोतवाल के ट्रांसफर को लेकर अड़े रहे। उनका कहना था कि पुलिस ने पार्षद के आरोपों को गंभीरता से नहीं लिया। जबकि दूसरे पक्ष के तहरीर देते ही रात में ही मुकदमा दर्ज कर लिया था। जिसके बाद एसएसपी प्रियदर्शिनी ने आश्वासन देते हुए कहा कि कोतवाल को छुट्टी पर भेज मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। खबर लिखे जाने तक कोतवाली में धरना जारी था।