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एक बडी राहत की खबर है …ऋषिगंगा नदी पर बन रही झील से रिसाव शुरु हो गया है । यह झील वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के विज्ञानियों ने गुरुवार को किए गए हेलीकॉप्टर सर्वे में देखी थी। अब राहत की बात यह है कि झील से पानी का रिसाव होने लगा है। शुक्रवार को दोबारा कराए गए हेलीकॉप्टर सर्वे में रिसाव की पुष्टि की गई। विज्ञानियों का अनुमान है कि झील में जमा पानी की स्थिति एक-दो दिन में सामान्य हो जाएगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिहंं रावत ने भी ने भी अपील की थी की झील से उससे सवाधान रहने की जरूरत है, घबराने की नहीं है. वहां वैज्ञानिकों की टीम जा रही है, वो वहां का अध्ययन कर सरकार को रिपोर्ट देगी.
वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. कालाचांद साईं के मुताबिक झील की लंबाई करीब 200 मीटर होने का अनुमान लगाया गया है। यह रैणी गांव से करीब नौ किलोमीटर ऊपर और पचली गांव के पास बनी है। यहां ऋषिगंगा नदी पर मलबा जमा होने से पानी का बहाव बाधित हो गया था, जिसके चलते झील का निर्माण होने लगा था।